Crane and Fox Story: बचपन में हम सब ने दादी, नानी से अनेको कहानियां सुनी है। जिसमें से पंचतंत्र की कहानी (लोमड़ी और सारस की कहानी) Lomdi aur Saras ki Kahani एक ऐसी कहानी थी, जो लगभग सभी को पसंद आती थी।
तो यहां हम आपको वहीं Crane and Fox Story (लोमड़ी और सारस की कहानी) बताने वाले है। तो इस Lomdi aur Saras कहानी को अंत तक जरूर पढ़ें।
लोमड़ी और सारस की कहानी – Lomdi aur Saras ki Kahani
बहुत समय पहले की बात है एक दिन, एक स्वार्थी लोमड़ी ने अपने घर पर एक सारस को रात के खाने के लिए आमंत्रित किया। सारस निमंत्रण से बहुत खुश हुआ, कियोंकि उसे खाने का बहुत शौक़ था। वह समय पर लोमड़ी के घर पहुँचा और अपनी लंबी चोंच से लोमड़ी के घर का दरवाजा खटखटाया।
लोमड़ी ने उसे घर पर आमंत्रित किया और अंदर आने को कहा। फिर उसे खाने की मेज पर ले गई और उन दोनों के लिए खाने की मेज परबहुत बड़े कटोरे में कुछ सूप परोसा। कियोंकि कटोरा सारस के लिए बहुत बड़ा था, इसलिए वह सूप बिल्कुल नहीं पी सकता था। लेकिन, लोमड़ी ने जल्दी से अपना सूप चाट लिया।
सारस गुस्से में और परेशान भी हुआ , लेकिन सारस ने अपना गुस्सा नहीं दिखाया और विनम्रता से व्यवहार किया। वहीं उसने मन ही मन में एक योजना बनायी, और लोमड़ी को सबक सीखाने के लिए सोचा।
अबकी बार सारस ने लोमड़ी को अगले दिन रात के खाने पर अपने घर आमंत्रित किया। जब लोमड़ी उसके घर पर आई, तब उसने भी लोमड़ी के लिए खाने की मेज पर सूप परोसा, लेकिन इस बार सूप को दो लंबे संकरे फूलदानों में परोसा। सारस ने अपने फूलदान से सूप को पि लिया, लेकिन लोमड़ी अपनी संकीर्ण गर्दन के कारण उसमें से कुछ भी नहीं पी सकी।
अब ये सब देखकर लोमड़ी को अपनी गलती का एहसास हुआ और वह भूखी ही घर चली गई।