The Foolish Donkey : बचपन में हम सब ने दादी, नानी से अनेको कहानियां सुनी है। जिसमें से पंचतंत्र की कहानी (मूर्ख गधा की कहानी) Murkh Gadha Story in Hindi एक ऐसी कहानी थी, जो लगभग सभी को पसंद आती थी।
तो यहां हम आपको वहीं The Foolish Donkey Story (मूर्ख गधा की कहानी) बताने वाले है। तो इस Murkh Gadha ki Kahani को अंत तक जरूर पढ़ें।
मूर्ख गधे की कहानी – Murkh Gadha ki Kahani
एक बार की बात है एक गावं में एक नमक बेचने वाला रोज अपने गधे पर नमक की थैली लेकर बाजार जाता था। रास्ते में उन्हें एक नदी पार करनी पड़ती थी ।
एक दिन नदी पार करते वक्त, गधा अचानक नदी में गिर गया और नमक की थैली भी पानी में ही गिर गई। चूँकि नमक से भरा थैला पानी में घुल गया और इसलिए नमक का थैला ले जाने के लिए बहुत हल्का हो गया।
इसकी वजह से गधा बहुत ही खुश था। और अब फिर गधा रोज अपनी पहले वाली चाल चलने लगा, इससे नमक बेचने वाले को काफ़ी नुक़सान उठाना पड़ता था ।
नमक बेचने वाले को गधे की चाल समझ में आ गई और उसने उसे सबक सीखाने का फैसला किया। अगले दिन उसने गधे पर एक रुई से भरा थैला लाद दिया।
अब गधे ने फिर से वही चाल चली। उसे उम्मीद थी कि रुई का थैला अभी भी हल्का ही है ।
लेकिन गधा अपनी पहले वाली चाल चलने लगा और रुई का थैला नदी ,में गिर गया अब गीला रुई (कपास) ले जाने के लिए बहुत भारी हो गया और गधे को नुकसान उठाना पड़ा। उसने इससे एक सबक सीखा। उस दिन के बाद उसने कोई चाल नहीं चली और नमक बेचने वाला बहुत खुश था।