Farmer And Golden Egg : बचपन में हम सब ने दादी, नानी से अनेको कहानियां सुनी है। जिसमें से पंचतंत्र की कहानी (सोने का अंडा देने वाली मुर्गी की कहानी) Sone ka Anda Dene Wali Murgi ki Kahani एक ऐसी कहानी थी, जो लगभग सभी को पसंद आती थी।
तो यहां हम आपको वहीं Greedy Farmer and Golden Egg Story (सोने का अंडा देने वाली मुर्गी की कहानी) बताने वाले है। तो इस The Golden Egg Story को अंत तक जरूर पढ़ें।
सोने का अंडा देने वाली मुर्गी की कहानी – Farmer And Golden Egg Story
एक बार की बात है, एक किसान के पास एक अनोखा हंस था जो प्रतिदिन किसान को एक सोने का अंडा देता था। उस अंडे को बेचकर दोनों पति पत्नी बड़ी आसानी से अपना जीवन यापन किया करते थे। हंस के अंडे ने किसान और उसकी पत्नी को अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध कराया। ऐसे करते- करते कई वर्ष बीत गए, किसान और उसकी पत्नी बहुत लम्बे समय तक सुखी रहे।
लेकिन फिर उसके बाद एक दिन, किसान ने मन ही मन में सोचा, “हम एक दिन में सिर्फ एक अंडा ही क्यों लें? हम उन्हें एक साथ क्यों नहीं ले सकते और ढेर सारा पैसा क्यों नहीं बना सकते?” अपने इस सवाल को किसान ने अपनी पत्नी को अपना विचार बताया, और वह इस मूर्खता से सहमत भी हो गई।
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फिर अगले दिन, जैसे ही हंस ने अपना सुनहरा अंडा दिया, किसान ने तेज चाकू से उस हंस को मार डाला। जब उसने हंस को मार डाला, उसने अब उस हंस के सारे अंडे पाने की सोची। उसके सभी सुनहरे अंडे पाने की उम्मीद में उसका पेट काट दिया। लेकिन, जैसे ही उसने पेट खोला, उसे केवल उसमें खून ही मिला। किसान यह देख कर बहुत दुखी हुआ तब उसने सोचा के अपने लालच के कारण उसने यह क्या कर दिया
किसान को जल्दी ही अपनी मूर्खतापूर्ण भरी गलती का एहसास हुआ और वह अपने खोए हुए संसाधन पर रोने लगा। जैसे-जैसे दिन बीतते गए, किसान और उसकी पत्नी और भी गरीब होते गए। अब उन्हें उनकी लोभ का एहसास होने लगा की वो कितने बेवकूफ और कितने मूर्ख थे।